शनिवार, 8 मई 2010

BADASHA RAO KHANDERVA

नाम - बादशाह खंडेरवा
पिता का नाम - रजत शँकर खंडेरवा
जन्म स्थान - नई दिल्ली हिन्दुस्तान
शिक्षा मारीशस ( B. Tech. in Computer Science )
जन्मतिथि - 26 फरवरी 1985
अन्तर्राष्टीय अध्यक्ष - RED ALERT ORGANIZATION ARMY ( R. A. O. ARMY )
उददेशय - भारत , नेपाल , मारीशस को हिन्दु देश बनाना

प्रिय दोस्तो मैँ RED ALERT ORGANIZATION ( R. A. O. ) ARMY . के नाम से एक सामाजिक संगठन चलाता हूँ । जो उन गरीब , आंतकवाद से पीडित कश्मीरी हिन्दुओँ की मदद के लिए बनाया गया है जो इस देश मेँ कश्मीरी मुसलमानोँ के आतंक के डर से शरणार्थी का जीवन जीने को मजबूर हैँ । अगर आप इन कश्मीरी हिन्दुओँ की मदद करना चाहे तो मुझसे जुड सकते है
E - Mail - rao.ats@gmail.com

कश्मीरी हिन्दु

मेरे प्यारे दोस्तो आज मै आप सभी को एक बात बताना चाहता हूँ , जो शायद आप को किसी ने ना बताई हो
दोस्तो जरा सा सोचो कि हिन्दु मुसलमानो से पीछे क्यू है , क्योकि जब एक मुसलमान के साथ अत्याचार होता है तब सारे विश्व के मुसलमान अपना विरोध जताते है । विरोध जताने का तरीका चाहे काला झण्डा दिखाकर हो या ग्रेनेड या बुलेट दगाकर किया गया होँ । पर जब जब वही अत्याचार हिन्दुओ के साथ होता है तब उन्की तरफ से कोइ आवाज नहीँ उठाता क्योकि उन्हे पता है कि हिन्दुओ मे एकता नही है । यह दुःख तब और बढ जाता है जब हमारे देश के नेता उन कश्मीरी मुसलमानोँके हितोँ कि बात करते है जो कश्मीर मेँ आतंकवाद फैला रखे है और तिरंगा जलाते हैँ । पर उन 5 लाख कश्मीरी हिन्दुओ , 9 लाख पाकिस्तानी 6 लाख बंग्लादेशी हिन्दुओँ पर कोई राजनीत नहीँ करता क्योकि हिन्दुओँ मेँ एकता नहीँ है ।
तुम्हारी बरबादिओँ के तज गडे हैँ आसमानो मेँ ऐ हिन्दुस्ताँ वालो , न संभलोगे तो तुम्हारी दास्ताँ तक न होगी दास्तानोँ मेँ ॥
दोस्तो आखिर मेँ कब तक हम यह सब सहते रहेगेँ । आखिर कब तक यूँ ही गायेँ कटती रहेगी । कब तक धर्म के नाम पर कश्मीर , पाकिस्तान , बंग्लादेश , अफगानिस्तान मेँ हिन्दुओँ का कत्लेआम होता रहेगा । कब तक जिहाद के नाम पर मंदिरो , शहरोँ मेँ हमलो को बर्दास्त करेगेँ । आखिर कब बाज आयेगे ये कठमुल्ले अपनी हरकतो से । इसलिए दोस्तो अब जागना होगा ।
अब विनय नहीँ जंग होगा , या तो जीत होगी या सब कुछ खत्प होगा ।
ऐ मेरे कश्मीरी हिन्दु भाइयोँ अगर तुम यह सोचते होँ कि कोई नेता , कोई सरकार या कोई धर्म गुरू तुम्हारी मदद करेगेँ तो तुम्हे और तुम्हारी आने वाली पीढियोँ कोऐ मेरे कश्मीरी हिन्दु भाइयोँ अगर तुम यह सोचते होँ कि कोई नेता , कोई सरकार या कोई धर्म गुरू तुम्हारी मदद करेगेँ तो तुम्हे और तुम्हारी आने वाली पीढियोँ को अपनी सारी जिन्दगी फुटपाथ पर गुजारनी पडेगी । इसलिए तुम्हे अपनी जमीन व अपना हक लेने के लिए अब हथियार उठाना पडेगा । डरो नहीँ मैँ अपने माँ की कसम खाँके कहता हूँ कि कोई तुम्हारी मदद करे या न करे , पर मै बादशाह खंडेरवा तुम्हारी मदद अवस्य करूगाँ । तुम राव सेना पर विशवास करो , वह तुम्हारी मदद अवश्य करेगी ।अगर तुम मेरा यह संदेश पढो , तो अपनी राय मुझे जरुर देना । यदि तुम अपनी आप बीती मुझे बताना चाहो तो तुम्हारा स्वागत है ॥ अधिक जानने के लिए मेरा ब्लाग पढे । hattp _ joinraoarmy@blogspot.com या मुझे इ - मेल करेँ । E - Mail _ rao.ats @gmail.com

हैदराबाद हिंसा में एक की मौत


आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में फैली सांप्रदायिक हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. मंगलवार को चौथे दिन भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. मंगलवार को ही राज्य में हनुमान जयंती मनाई जाएगी और इस मौक़े पर जुलूस निकाला जाता है. राज्य सरकार ने कहा है कि हनुमान जयंती तो मनाई जाएगी लेकिन जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
सोमवार रातभर पुलिस की गश्त रही लेकिन कई इलाक़ों से पथराव और हिंसा की ख़बर है. यहाँ तक कि पुलिस महानिदेशक गिरीश कुमार भी रात में सक्रिय रहे. सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा की आग कई नए इलाक़ों में भी फैल गई है. इनमें मुग़लपुरा, हरी बावली, कुर्मागुड़ा और याकूतपुरा के इलाक़े शामिल हैं.
इन सभी इलाक़ों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है. सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 75 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने इस सिलसिले में 110 को गिरफ़्तार किया है. केंद्र सरकार लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं. राज्य के मुख्यमंत्री के रोसैया के मुताबिक़ केंद्र सरकार केंद्रीय सुरक्षा बलों की 17 अतिरिक्त कंपनियाँ हैदराबाद भिजवा रही है.
हैदराबाद के पुराने शहर में अनेक इलाक़ों में निषेधाज्ञा लागू है. लेकिन हालात कर्फ़्यू जैसे हैं. गृह मंत्री सबिता इंदिरा रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा है कि स्थिति नियंत्रण में हैं. उधर इस मामले को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने मजलिसे-इत्तेहादुल-मुसलमीन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने लोगों को भड़काया और सरकार तमाशाई बनी रही.
मजलिस ने इसके लिए भाजपा को दोषी ठहराया है और कहा है कि लोगों को भड़काने का काम भाजपा ने किया है. भाजपा नेता उस इलाक़े में जाना चाह रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें उस इलाक़े में जाने की इजाज़त नहीं दी. पुलिस आयुक्त एके ख़ान ने कहा था कि इसके पीछे सोची समझी साज़िश है और सब कुछ योजनाबद्ध तरीक़े से हुआ है. शहर के कई इलाक़ों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान गश्त कर रहे हैं

भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ 'आतंकवाद विरोधी' रैली


उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ के काफ़िले पर हमले के विरोध में विहिप ने सोमवार को पूर्वांचल बंद आयोजित किया है.आज़मगढ़ के जिलाधिकारी मयूर माहेश्वरी ने बताया कि तनाव को देखते हुए ज़िले के स्कूल और कॉलेजों को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है.साथ ही हिंसा के सिलसिले में नौ लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात कर दिया गया है.आज़मगढ़ में हुई सांप्रदायिक हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए हैं. दरअसल स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ 'आतंकवाद विरोधी' रैली को संबोधित करने आज़मगढ़ पहुँचे.जब शहर के मुस्लिम बहुल तकिया मोहल्ले से उनका काफ़िला गुजर रहा था तभी कुछ लोगों ने गाड़ियों पर पथराव शुरु कर दिया जिससे कई गाड़ियों के शीशे टूट गए.स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने इस मामले में सतर्कता से काम नहीं लिया. पत्रकारों के मुताबिक पहले तो यात्रा को इलाक़े से निकलने ही नहीं देना चाहिए था, साथ ही और अधिक पुलिस बल को तैनात किया जाना चाहिए था.संघर्ष पुलिस का कहना है कि भीड़ में से फ़ायरिंग भी हुई. स्थिति को क़ाबू करने के लिए पुलिस को आँसू गैस के गोले दागने पड़े और हवाई फ़ायरिंग करनी पड़ी.योगी आदित्यनाथ आज़मगढ़ में चरमपंथ विरोधी रैली निकाल रहे थे. बाद में इसी मोहल्ले से मुनव्वर नाम के व्यक्ति की लाश बरामद हुई. हालाँकि अधिकारी ये बताने से कतरा रहे हैं कि उसकी मौत पुलिस फ़ायरिंग में हुई या गुटीय संघर्ष में.स्थानीय लोगों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के समर्थक मुस्लिम विरोधी नारे लगा रहे थे जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई. पुलिस ने किसी तरह आदित्यनाथ को उस स्थान पर पहुँचाया जहाँ उन्हें भाषण देना था. अपने भाषण में उन्होंने चरमपंथ के लिए मुस्लिम समुदाय को ज़िम्मेदार ठहराया.हाल ही में गुजरात धमाकों के सिलसिले में आज़मगढ़ से अब्दुल बशर की गिरफ़्तारी हुई थी और इससे पहले भी आज़मगढ़ से कई संदिग्ध लोगों की गिरफ़्तारियाँ हो चुकी हैं.बशर की गिरफ़्तारी के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अलावा कई नेताओं ने आज़मगढ़ का दौरा किया था और इस तरह के बयान दिए थे कि निर्दोष मुसलमानों को फँसाया जा रहा है. दूसरी और भाजपा और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) जैसे संगठन आज़मगढ़ को चरमपंथ का गढ़ बताते रहे हैं