मेरे प्यारे दोस्तो आज मै आप सभी को एक बात बताना चाहता हूँ , जो शायद आप को किसी ने ना बताई हो
दोस्तो जरा सा सोचो कि हिन्दु मुसलमानो से पीछे क्यू है , क्योकि जब एक मुसलमान के साथ अत्याचार होता है तब सारे विश्व के मुसलमान अपना विरोध जताते है । विरोध जताने का तरीका चाहे काला झण्डा दिखाकर हो या ग्रेनेड या बुलेट दगाकर किया गया होँ । पर जब जब वही अत्याचार हिन्दुओ के साथ होता है तब उन्की तरफ से कोइ आवाज नहीँ उठाता क्योकि उन्हे पता है कि हिन्दुओ मे एकता नही है । यह दुःख तब और बढ जाता है जब हमारे देश के नेता उन कश्मीरी मुसलमानोँके हितोँ कि बात करते है जो कश्मीर मेँ आतंकवाद फैला रखे है और तिरंगा जलाते हैँ । पर उन 5 लाख कश्मीरी हिन्दुओ , 9 लाख पाकिस्तानी 6 लाख बंग्लादेशी हिन्दुओँ पर कोई राजनीत नहीँ करता क्योकि हिन्दुओँ मेँ एकता नहीँ है ।
तुम्हारी बरबादिओँ के तज गडे हैँ आसमानो मेँ ऐ हिन्दुस्ताँ वालो , न संभलोगे तो तुम्हारी दास्ताँ तक न होगी दास्तानोँ मेँ ॥
दोस्तो आखिर मेँ कब तक हम यह सब सहते रहेगेँ । आखिर कब तक यूँ ही गायेँ कटती रहेगी । कब तक धर्म के नाम पर कश्मीर , पाकिस्तान , बंग्लादेश , अफगानिस्तान मेँ हिन्दुओँ का कत्लेआम होता रहेगा । कब तक जिहाद के नाम पर मंदिरो , शहरोँ मेँ हमलो को बर्दास्त करेगेँ । आखिर कब बाज आयेगे ये कठमुल्ले अपनी हरकतो से । इसलिए दोस्तो अब जागना होगा ।
अब विनय नहीँ जंग होगा , या तो जीत होगी या सब कुछ खत्प होगा ।
ऐ मेरे कश्मीरी हिन्दु भाइयोँ अगर तुम यह सोचते होँ कि कोई नेता , कोई सरकार या कोई धर्म गुरू तुम्हारी मदद करेगेँ तो तुम्हे और तुम्हारी आने वाली पीढियोँ कोऐ मेरे कश्मीरी हिन्दु भाइयोँ अगर तुम यह सोचते होँ कि कोई नेता , कोई सरकार या कोई धर्म गुरू तुम्हारी मदद करेगेँ तो तुम्हे और तुम्हारी आने वाली पीढियोँ को अपनी सारी जिन्दगी फुटपाथ पर गुजारनी पडेगी । इसलिए तुम्हे अपनी जमीन व अपना हक लेने के लिए अब हथियार उठाना पडेगा । डरो नहीँ मैँ अपने माँ की कसम खाँके कहता हूँ कि कोई तुम्हारी मदद करे या न करे , पर मै बादशाह खंडेरवा तुम्हारी मदद अवस्य करूगाँ । तुम राव सेना पर विशवास करो , वह तुम्हारी मदद अवश्य करेगी ।अगर तुम मेरा यह संदेश पढो , तो अपनी राय मुझे जरुर देना । यदि तुम अपनी आप बीती मुझे बताना चाहो तो तुम्हारा स्वागत है ॥ अधिक जानने के लिए मेरा ब्लाग पढे । hattp _ joinraoarmy@blogspot.com या मुझे इ - मेल करेँ । E - Mail _ rao.ats @gmail.com
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